Saturday, April 13, 2024

crane and fox - Sanskrit nyaya

||ॐ||
"नीतिकथाओं  पर  आधारित  न्यायवचन"(४६)
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"शृगालेन  शरावे  भोजितो  बकः तं  तुंगपात्रे  भोजयति"।
"सियार  ने  बगुले  को  थाली  मे  भोजन  दिया  और  बगुले  ने  उसे पात्र में "।
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(१)
सियार  ने  एक  दिन  बगुले  को  खीर  खाने  अपने  घर  बुलाया।  खीर  विस्तृत  थाली  में  दी  थी  अतः  अपनी  लंबी  नोंकदार  चोंच  से  बगुला  उसका  आस्वाद  नही  ले  पाया ।  वह  भूखा  ही  वापस  घर  आया ।  दूसरे  दिन  उसने  सियार  को  आमरस  खाने  निमंत्रित  किया।  वह  रस  ऊंची  सुराई  में  भरकर  दिया  गया  जिसे  सियार  अपनी  जीभ  से  ठीक  चाट  नही  पाया ।  उसे  भी  भूखा  वापस  लौटना  पड़ा ।
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(२)
सीख---
"जैसे  को  तैसा"।
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卐卐ॐॐ卐卐
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डाॅ. वर्षा  प्रकाश  टोणगांवकर  
पुणे /  महाराष्ट्र    
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