*६३८ . ।। अनशनम् ।।*
*नास्ति वेदात्परं शास्त्रं*
*नास्ति मातृसमो गुरुः ।*
*न धर्मात्परमो लाभ-*
*स्तपो नानशनात्परम् ।।*
वेदांपेक्षा श्रेष्ठ कोणतेही शास्त्र नाही , आईपेक्षा मोठा कोणी गुरु नाही , धर्मापेक्षा अधिक कोणता लाभ नाही आणि उपवासापेक्षा मोठे कोणते तप नाही .
वेद से बढ़कर कोई शास्त्र नहीं , माता से बढ़कर कोई गुरु नहीं , धर्म से बढ़कर कोई लाभ नहीं तथा उपवास से बढ़कर कोई तपस्या नहीं ।
No shastra is more valuable than the Vedas , no preceptor greater than the mother , no gain better than Dharma and no penance more effective than fasting .
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