*८६१ . ॥ बान्धवाः ॥*
*पर्जन्यनाथाः पशवो*
*राजानो मन्त्रिबान्धवाः ।*
*पतयो बान्धवाः स्त्रीणां*
*ब्राह्मणा वेदबान्धवाः ॥*
पर्जन्य हा पशूंचा संरक्षक असतो . राजाचे संरक्षक त्याचे मंत्री असतात . स्त्रियांचे संरक्षक त्यांचे पती असतात आणि वेदांचे संरक्षक ब्राह्मण ( ज्ञानी पुरुष ) असतात .
पशुओं के रक्षक बादल होते हैं , राजा के रक्षक उस के मंत्री होते हैं , पत्नियों के रक्षक उन के पति होते हैं तथा वेदो के रक्षक ब्राह्मण (ज्ञानी पुरुष ) होते हैं ।
Clouds are the protectors of animals , the protectors of the King are his ministers , the guards of wives are their husbands and the protectors of Veds are Brahmins (wise men) .
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