Saturday, October 23, 2021

Sandal wood doesnt give fruit or flower, so what - Sanskrit subhashitam

|| *ॐ* ||
    " *सुभाषितरसास्वादः* " 
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    " *चन्दन-अन्योक्ति* " ( २९० )
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    *श्लोक*---
   " यद्यपि चन्दनविटपी विधिना फलकुसुमविवर्जितो विहितः ।
     निजवपुषैव परेषां तथापि संतापमहरति ।। "
      ( भर्तृहरिसुभाषितसंग्रह )
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    *अर्थ*---
   ब्रह्मदेव ने चन्दनवृक्ष को पुष्प और फल दिये नही तो क्या हुआ ?
   उसने खुद के सामर्थ्य से बाकी लोगों का संताप और दाह दूर करने नैपुण्य संपादन किया है । 
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*गूढ़ार्थ*---
   चन्दन के आड से सुभाषितकार ने अष्टावक्र जैसे लोगों के बारे में हमे बताया है । बहुत से लोगों को ब्रह्मा ने सौन्दर्य तो नही दिया है पर उन्होने अपने गुणों से सभी का दिल जीत लिया है ।
  उनकी मधुर वाणी सामने वाले का दाह शांत करने का सामर्थ्य रखती है ।
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  डाॅ. वर्षा प्रकाश टोणगांवकर 
पुणे / महाराष्ट्र 
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