Monday, August 2, 2021

Beginning a work - Sanskrit subhashitam

६४० . ।। कार्यारम्भः ।।

अकाले कृत्यमारब्धं
          कर्तुर्नार्थाय कल्पते ।
तदेव काल आरब्धं
          महतेऽर्थाय कल्पते ॥ 

कोणतेही कार्य अयोग्य वेळी आरंभिल्यास कर्त्याला त्याचा अपेक्षित लाभ मिळत नाही . याउलट तेच कार्य योग्य वेळी केल्यास त्यापासून मोठा लाभ मिळतो .

बेमौके पर किया गया काम करने वाले के लिए लाभदायक नहीं होता । वही काम यदि उपयुक्त समय पर किया जाये तो महान अर्थसाधक बन जाता है । 

When a work is begun at an improper time , it never becomes profitable when finished . The act , however , which is undertaken at the proper time , yields rich fruits .

No comments:

Post a Comment