*६१९ . ।। स्वभावः ।।*
*उपकर्तुं प्रियं वक्तुं*
*कर्तुं स्नेहमकृत्रिमम् ।*
*सुजनानां स्वभावोऽयं*
*केनेन्दुः शिशिरी कृतः ॥*
उपकार करणे , प्रिय बोलणे आणि अकृत्रिमपणे प्रेम करणे हा सज्जनांचा स्वभावच आहे . चन्द्राला शितल कोणी बनवलं ? तो तर त्याचा स्वभावच आहे .
उपकार करना , प्रिय बोलना और अकृत्रिम स्नेह करना ये तीन सज्जनों के स्वभाव के प्रमुख लक्षण हैं । चन्द्रमा को किस ने शीतल बनाया हैं ? वह तो उस का स्वभाव ही हैं ।
Helpfulness , pleasant speech , cultivation of
genuine friendship these are the primeval nature of the cultured . The moon is cool because of its own innate qualities .
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