Wednesday, September 16, 2020

Unity is strength- Sanskrit subhashitam

|| *ॐ* ||
    " *सुभाषितरसास्वादः* " 
--------------------------------------------------------------------------------------
    " *संहतिप्रशंसा* " ( संगठन माहात्म्य ) ( २९७ )
-------------------------------------------------------------------------------------
     *श्लोक*----
    " अल्पानामपि  वस्तूनां  संहतिः कार्यसाधिका  ।
      तृणैर्गुणत्वमापन्नैर्बध्यन्ते  मत्तदन्तिनः ।। " ( हितोपदेशः )
------------------------------------------------------------------------------------
    *अर्थ*----
   संघटन  और  ऐक्य  की  शक्ति बहुत  बडी  है ।  छोटी - छोटी  बातों  से  भी  संघटन  कार्यसिद्धी  देता  है ।  देखिए  --  घास  को  एकत्र  करके  उससे  जो  दोरखण्ड  बनता  है  उससे  ही  बडे  मद् मत्त  हाथी  को  भी  बांधा  जाता  है ।
--------------------------------------------------------------------------------------
   *गूढ़ार्थ*----
   यतकश्चित  घास  भी  जब  एकत्र  होकर  संघटन  कर  लेता  है  तो  बडे से  बडा  हाथी  भी  उससे  काबू  में  कर सकते  है ।  स्वर्गीय  श्री. भा. वर्णेकर  जी  ने  तो  दो  काव्य   संघटन  शक्ति पर  लिखे  हुए  है ।  जो  अत्यंत  चिन्तनीय  और  मननीय  है ।  हर  क्षेत्र  में  यदि  संघटन  अच्छा होता  है  तो  जीत  पक्की  ही  रहती  है ।
------------------------------------------------------------------------------------
   *卐卐ॐॐ卐卐*
----------------------------------
डाॅ. वर्षा  प्रकाश  टोणगांवकर 
पुणे  /   महाराष्ट्र 
-------------------------------
🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲

No comments:

Post a Comment