गुन अदभ्र गिरा गोतीता।सबदरसी अनबद्य अजीता।
निर्मम निराकार निरमोहा।नित्य निरंजन सुख संदोहा।
ईश्वर उस माया के लक्षणों से रहित महान शब्द और इन्द्रियों से अलग सब कुछ देखने बाला निर्दोस अविजित ममतारहित निराकार मोहरहित नित्य सर्वदा मायारहित सुख का भंडार है। https://karmabhumi.org/tulsidas-devotion/
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