||ॐ||
" सुभाषित रसास्वाद "(२८)
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" सामान्यनीतिः"।
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श्लोक---
" मौनं कालविलम्बश्च प्रयाणं भूमिदर्शनम् ।
भृकुट्यन्मुखी वार्ता नकारः षड्विधः स्मृतः"।।
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अर्थ----
नकार दर्शाने के छह तरीके है । वह--- मौन रहना , देर लगाना , निकल जाना , जमिन की तरफ देखना , भौवे ऊंची करना और किसी दूसरे के साथ बातचीत करना ।
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गूढार्थ---
नकार दर्शाने के लिए बोलना ही जरूरी नही होता । होशियार आदमी ने यह छह प्रकार से भी नकार पहचानना चाहिए ।
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卐卐ॐॐ卐卐
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डाॅ. वर्षा प्रकाश टोणगांवकर
पुणे / महाराष्ट्र
" सुभाषित रसास्वाद "(२८)
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" सामान्यनीतिः"।
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श्लोक---
" मौनं कालविलम्बश्च प्रयाणं भूमिदर्शनम् ।
भृकुट्यन्मुखी वार्ता नकारः षड्विधः स्मृतः"।।
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अर्थ----
नकार दर्शाने के छह तरीके है । वह--- मौन रहना , देर लगाना , निकल जाना , जमिन की तरफ देखना , भौवे ऊंची करना और किसी दूसरे के साथ बातचीत करना ।
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गूढार्थ---
नकार दर्शाने के लिए बोलना ही जरूरी नही होता । होशियार आदमी ने यह छह प्रकार से भी नकार पहचानना चाहिए ।
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डाॅ. वर्षा प्रकाश टोणगांवकर
पुणे / महाराष्ट्र
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