Tuesday, October 23, 2018

Sanskrit sloka with different meaning - Corpse on water seeing birds cried not Drona cried against Krishna

|| *ॐ* ||
     " *सुभाषितरसास्वादः* "
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    " *कूटानि* " अथवा " *विषमप्रश्नः*" ( २१४ )
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    *श्लोक*----
" केशवं पतितं दृष्ट्वा द्रोणो  हर्षमुपागतः ।
   रुदन्ति  कौरवाः  सर्वे  हा  केशव  कथं  गतः " ।। ( शार्ङ्गधरपद्धति )
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*अर्थ*----
इस  श्लोक  का  प्रकट अर्थ --- श्रीकृष्ण ( केशव ) को  गिरा  हुआ  देखकर  द्रोणाचार्य ( द्रोण ) आनंदित  हुए और  सब  कौरव  ( कौरवाः ) रोने  लगे  और  कहने  लगे  , हाय ! हाय ! केशव  गया ?
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*गूढ़ार्थ*-----
 इस श्लोक के  अर्थ  में  बहुत विरोधी विधाने  है ।  द्रोणाचार्य  कौरव  पक्ष  के  सेनापति थे , पर  वह  इतने  नीच  नही  थे की  श्रीकृष्ण  को  युद्ध  में  गिरा  हुआ  देखकर  आनंददित  होंगे ।  और दूसरी  महत्वपूर्ण  बात  यह  थी  की , महाभारत  युद्ध  मे श्रीकृष्ण  गिरे  ही  नही थे ।  और  श्रीकृष्ण  को  गिरा  हुआ देखकर  कौरवों ने  तो  बहुत  खुश  होना  चाहिए  था ?
  इस  श्लोक  के  सही  अर्थ  के  लिये-- केशव = के + शव।
'के' = मतलब  पानी ।' शव ' = मृत शरीर ।
  पानी  में  गिरा  हुआ  शव  देखकर  जलकाक ( द्रोण ) पक्षी  आनंदित  हुए  और  लोमडीया  ( कोल्हे ) ( कौरवाः ) रोने  लगे  की -- हाय ! हाय! पानी ( के ) में  शव  क्यों  गिरा  ?  क्यों  कि  अब  हम  उसे  खा  नही  सकेंगे ।
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*卐卐ॐॐ卐卐*
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डाॅ. वर्षा  प्रकाश  टोणगांवकर 
पुणे  / नागपुर  महाराष्ट्र 
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