Wednesday, November 22, 2017

There is nothing equal to serving our country - Sanskrit subhashitam

☘ *सुप्रभातम्* ☘

राष्ट्र रक्षा समं पुण्यं,
                   राष्ट्र रक्षा समं व्रतम्,
         राष्ट्र रक्षा समं यज्ञो,
                   दृष्टो नैव च नैव च।।
अर्थ :- राष्ट्र रक्षा के समान कोई पुण्य नही, राष्ट्र रक्षा के समान कोई व्रत नही, राष्ट्र रक्षा के समान कोई यज्ञ नही है।

🙏🏻 *सुदिनम्* 🙏🏻

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