Tuesday, November 21, 2017

Only the sufferer knows the pain- Sanskrit subhashitam

*विद्वानेव विजानाति विद्वज्जनपरिश्रमम् ।*
*नहीं बन्ध्या विजानाति गुर्वीं प्रसववेदनाम् ॥*

_विद्वानों को कितना परिश्रम होता है, वह केवल विद्वान ही समज सकता है । प्रसूति की पीडा क्या होती है, वह वंद्या नहीं जानती ।_
॥ॐ॥✍🏻
🌹🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹🌹

No comments:

Post a Comment