Monday, January 25, 2021

Heaven- Sanskrit subhashitam

*६२१ . ।। स्वर्गः ।।*

*आरोग्यं दृढगात्रत्वम्* 
          *अनृण्यमघमोचनम् ।*
*अपारवश्यं नैश्चिन्त्यम्* 
          *आस्तिक्यं स्वर्ग एव हि ॥*

आरोग्य , सुदृढ शरीर , कर्जाचा भार नसणे , पापांपासून मुक्त असणे , दुसऱ्यांना वश नसणे , निश्चिंत असणे , ईश्वरावर विश्वास असणे हे सर्व जिथे आहे , ते स्वर्गासमानच आहे .

स्वस्थता , दृढशरीर , ऋण का भार न होना , पाप से विमुक्ति होना , दूसरों के वश में न होना , निश्चिन्तता , परलोक पर विश्वास- जहां यह सब हैं , वह स्वर्ग के समान हैं ।

Good health , sound body , freedom from debt , sinlessness , independence , lack of worry and unassailable belief in God - if these are present , it is Heaven itself .

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