Friday, June 26, 2020

Father’s day - Sanskrit poem

पितृदिवसे
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हे स्रष्टर्मम कष्टनष्टहृदयः संतुष्टिसम्पादकः
सर्वभ्रष्टपथावरोधकपटुर्मच्छिष्टतावर्द्धकः।
त्वद्वाक्यं हृदि मे सदा विलसतात् साक्षात् सहायो भव
नौमि त्वच्चरणारविन्दयुगलं नित्यं कृपाप्राप्तये।।
(व्रजकिशोरः)

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