कारयानेन अटन् परिवारः एकः परिवहनारक्षकेण स्थगितः।
आरक्षकः :- अद्य सुरक्षादिवसोऽस्ति। सुरक्षोपायान् प्रति जागरूकाय, सुरक्षानियमान् च अनुसरते भवते सर्वकारेण 5000 रुप्यकाणि दीयन्ते उपहाररूपेण। कथयतु किं करिष्यति भवान् एतम् उपहारं अवाप्य?
कारचालकः - आदौ तु अहं यानचालनाय अनुज्ञप्तिपत्रं क्रीणामि।
आरक्षकः - 😳😳😳....??
कारचालकस्य माता - एतस्य वचसः तीव्रान् मा परिगणयतु । मद्यं पिबन् एषः किमपि असम्बद्धं वदति।
आरक्षकः - 😰😰😰....??
तावतैव कारचालकस्य पिता निद्रायाः जागरितः सन् आरक्षकं दृष्ट्वा उद्गीरितवान्, "मया तु आदौ एव उक्तमासीत् यत् एतं चोरितं कारयानं अधिकं दूरं नेतुं न शक्ष्यामः वयम्।
आरक्षकः - 😖 😖😖 मूर्च्छितः .......???
कार में सरदार फैमिली जा रही थी......!
ट्रैफिक पुलिस ने कार को रुकवाया.....!!
इंस्पेक्टर : आज "सुरक्षा दिवस" है और आप सीट बेल्ट पहन कर गाडी चला रहे हैं, इसलिए आपको 5000 रूपये इनाम मिलता है.
बताइए इन रुपयों का आप क्या करेंगे"......?
सरदार : वो जी मैं सबसे पहले तो, इन पैसों से अपना ड्राइविंग लाइसेंस बनवाऊंगा ......!!
इंस्पेक्टर : 😳😳😳....??
इतने में सरदार की मम्मीजी:
ओजी !! ये तो पागल है, "शराब पीकर" कुछ भी बकता है....!!
इंस्पेक्टर : 😰😰😰...??
इतने में कार में पिछली सीट पर सो रहे पापाजी जाग गए और पुलिस को देखकर बोले:
ले मैनू ते पहले ई पता सी....कि चोरी की गड्डी में हम लोग ज्यादा दूर नहीं जा पाएंगे....!!
इंस्पेक्टर : 😖 😖😖 बेहोश .......???
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