*हस्तस्य भूषणं दानं सत्यं कण्ठस्य भूषणम् ।*
*श्रोत्रस्य भूषणं शास्त्रं भूषणै: किं प्रयोजनम् ।।*
हाथ का भूषण दान है कण्ठ का भूषण सत्य है और श्रोत्र का भूषण शास्त्र है तो फिर अन्य आभूषणों की क्या आवश्यकता है ।
(संकलित)
🙏सभी भाईयों बहनों को सादर राधे राधे
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