Friday, September 17, 2021

16 mothers.. who are they- Sanskrit subhashitam

स्तनदात्री गर्भधात्रीभक्ष्यदात्री गुरुप्रिया।
अभीष्टदेवपत्नी चपितुः पत्नी च कन्यका।।

सगर्भजा या भगिनीपुत्रपत्नी प्रियाप्रसू:।मातुर्माता पितुर्मातासोदरस्य प्रिया तथा।

।मातु: पितुश्च भगिनीमातुलानी तथैव च।
जनानां वेदविहितामातरः षोडश स्मृताः।।

अर्थात - स्तन पिलानेवाली, गर्भ में धारण करनेवाली, भोजन देनेवाली, गुरुपत्नी, इष्टदेव पत्नी, पिता की पत्नी, पितृ कन्या (सौतेली बहन), सहोदरा बहन, पुत्रवधू, सासु, नानी, दादी, भाई की पत्नी, मौसी, बुआ, मामी - ये सभी वेदविहित मनुष्यों के लिए सोलह प्रकार की माताएँ हैं।

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